कल, जब
एक क्रांतिकारी
साहित्यकार ने
ज़िंदगी भर की
समझ निचोड़ कर
दुनिया को
फूंक डालने का
निमंत्रण लिखा
तभी, कल, उसी पहर
एक तोतले बच्चे ने
स्लेट पर खड़िया से
छोटा अ से अनार,
बड़ा आ से आम लिखा
'र' पे बड़ा आ
'ज' में लगाके छोटा उ
'राजु' अपना नाम लिखा !!
एक क्रांतिकारी
साहित्यकार ने
ज़िंदगी भर की
समझ निचोड़ कर
दुनिया को
फूंक डालने का
निमंत्रण लिखा
तभी, कल, उसी पहर
एक तोतले बच्चे ने
स्लेट पर खड़िया से
छोटा अ से अनार,
बड़ा आ से आम लिखा
'र' पे बड़ा आ
'ज' में लगाके छोटा उ
'राजु' अपना नाम लिखा !!