तुम्हारे इश्क़ को
फूस के पुतले की तरह
दुनिया-जहाँ के
इस खलिहान में
बीचों-बीच
बिजूका बनाकर
खड़ा कर लिया है मैंने !
फटी बुशर्ट और
टेढ़ी हैट में
ख़याली
भुरभुरा
निठल्ला
मजाकिया
और पोला-पोला
ही सही
पर ये पुतला
कारगर है !
अब दिन-ओ-शाम
नीदें ख़राब, जाग कर, मुझे
फ़िक्र-ओ-ग़म के
काने-काले-कौवों को
हाँकना नहीं पड़ता !
तुम्हारे इश्क़ को
फूस के पुतले की तरह
दुनिया-जहाँ के
इस खलिहान में
बीचों-बीच
बिजूका बनाकर
खड़ा कर लिया है मैंने !
फटी बुशर्ट और
टेढ़ी हैट में
ख़याली
भुरभुरा
निठल्ला
मजाकिया
और पोला-पोला
ही सही
पर ये पुतला
कारगर है !
अब दिन-ओ-शाम
नीदें ख़राब, जाग कर, मुझे
फ़िक्र-ओ-ग़म के
काने-काले-कौवों को
हाँकना नहीं पड़ता !