वो सब कि जो हराम है, वो सब कि जो ख़राब है
मेरे नसीब में तू लिख, वो सब कि जो शराब है
ये पाक़ साफ़ जो भी है, तेरा है, तू ही रख ज़रा
मुझे वही अता करो, लबों का जो लबाब है
मेरे नसीब में तू लिख, वो सब कि जो शराब है
ये पाक़ साफ़ जो भी है, तेरा है, तू ही रख ज़रा
मुझे वही अता करो, लबों का जो लबाब है
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