चलो मैं मान लेता हूँ कि तुम एग्जिस्ट करते हो
यूं तुमने भी मुझे कुछ कम नहीं बहला दिया मौला
कि रातों-रात बनता हैं नहीं 'तुर्रा' ये मज़हब का
यूं सालों-साल तोते की तरह रटवा दिया मौला
जिन्हें इन्सां नहीं दिखता, जो हँसता-बोलता-फिरता
उन्हें पत्थर में भी क्या-क्या नहीं दिखला दिया मौला
बड़ा दिलचस्प है ये खेल, मंदिर का, मसीतां का
था इतना घाघ, फिर भी झुन-झुना पकड़ा दिया मौला
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