Friday 30 August 2013

'क'

कोमल कपोल
कमनीय केश
करखा काले कजरारे
कातर कन्चुक
कबरी काफ़िर
कर कन्गन
कनक कटारी
कटि की कातिल कामुकता
कानन कर्णफ़ूल किलकारे
किंचित कुंचित केश
कांच की किरचों के
कर्पूर कमल की कान्ति
किशोरी

काहे कत्ल कमाये??

3 comments:

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  2. You are a writing genius!!!!

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  3. ककहरा कही कि का कही
    कपाल का कोलाहल करी, कौतूहल करी
    कलम के कमाल को कोटि कोटि करबद्ध🙏

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